उत्तर प्रदेश का कपड़ा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोगों की पसंद बनता जा रहा है। वस्त्र उद्योग यूपी का भारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और इससे यूपी का आय भी बढ़ता जा रहा है।
राज्य में बनने वाले हथकरघा और रेडीमेड वस्त्र देश के कोने कोने में लोकप्रिय रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस गौरवशाली परंपरा को और समृद्ध करते हुए प्रदेश के कई जिलों में रेडीमेड गारमेंट उद्योग को बढ़ावा देने की योजना बनाई है।
यूपी में कई तरह के ऐसे इकाइयां लगाई जाएगी जिससे उत्पादों को निर्यात भी किया जाएगा और साथ ही साथ यूपी के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
औद्योगिक विकास की इस महत्वकांक्षी कार्ययोजना के अनुसार, आगामी 100 दिनों में आगरा, गोरखपुर और कानपुर में फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास कराया जाएगा। आपको बता दें कि आगरा लखनऊ सहित कई जिलों में वस्त्र उद्योग से जुड़े इकाइयां स्थापित की जाएगी जिससे कि उत्पाद बढ़ेगा और साथ ही साथ युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
लोक कल्याण संकल्प पत्र 2022 के अनुसार, आगामी 5 वर्षों में उत्तर प्रदेश को ग्लोबल टेक्सटाइल हब बना कर, 5 लाख रोजगार या स्व-रोजगार के अवसर प्रदान किये जाएंगे।
भारत सरकार की पीएम मित्र योजना के अंतर्गत विश्व-स्तरीय टेक्सटाइल पार्क का विकास किया जाएगा, जिसमे प्रस्तावित निवेश लक्ष्य रु 10,000 करोड़ है।अगले 100 दिनों में नोएडा में अपैरल पार्क बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी और जुलाई 2022 में इसका शिलान्यास होने की संभावना है।
यूपी की योगी सरकार लगातार उत्तर प्रदेश में वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। सरकार का लक्ष्य है कि यूपी में कई तरह की इकाइयां स्थापित की जाए जिससे वस्त्र उद्योग तो बढ़ेगा साथी साथियों के युवाओं को रोजगार भी हासिल होगा।