सुविधा पास की तरह रेलकर्मियों का ट्रांसफर (स्थानांतरण) भी डिजिटल प्लेटफार्म पर आ गया है।
ट्रांसफर के नाम पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों की मनमानी नहीं चलेगी। ट्रांसफर के लिए कर्मचारियों को न मैनुअल आवेदन करना होगा और न फाइल के पीछे दौड़ लगानी पड़ेगी।
ट्रांसफर के लिए रेलकर्मियों को अब मैनुअल की जगह ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) पर आवेदन करना होगा। आनलाइन आवेदन के बाद ही जोन (क्षेत्रीय) और डिविजन (मंडल) स्तर पर ट्रांसफर होगा।
रेलकर्मियों की सहूलियत के लिए लागू की गई नई व्यवस्था
आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर रेलवे बोर्ड ने रेलकर्मियों की सहूलियत के लिए रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेलवे स्तर पर यह नई व्यवस्था लागू कर दी है।
इसके लिए पहले से ही एचआरएमएस पर ट्रांसफर माड्यूल तैयार कर लिया गया है। साथ ही सभी रेलकर्मियों से संबंधित आवश्यक डाटा भी फीड कर लिए गए हैं।
सभी क्षेत्रीय रेलवे को यह व्यवस्था लागू करने का निर्देश
बोर्ड ने कर्मचारियों को जागरूक करने के साथ सभी क्षेत्रीय रेलवे को यह व्यवस्था लागू करने के लिए निर्देशित कर दिया है।
साथ ही कहा है कि अगर कोई समस्या आ रही है तो उसे भी बोर्ड के संज्ञान में लाएं, ताकि समय से उसका निस्तारण किया जा सके।
यहां जान लें कि एचआरएमएस पर सुविधा पास के अलावा पीएफ की निकासी और समापक भुगतान के लिए आनलाइन व्यवस्था पहले से ही शुरू है।
रेलकर्मी घर बैठे एचआरएमएस पोर्टल या एप पर अपनी छुट्टी, पदोन्नति, इंक्रीमेंट, सेवापुस्तिका, पेंसन एवं वार्षिक कार्य निष्पादन रिपोर्ट (एपीएआर) आदि विवरण देख सकते हैं।