दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा लगातार विकास कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है और उत्तर प्रदेश के हर वर्ग के लोगों को फायदा देने का प्रयास किया जा रहा है। शुक्रवार के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आम जनता के हित में एक फैसला लेते हुए यह कहा गया कि अब उत्तर प्रदेश में पेट्रोल डीजल के वैट में बढ़ावा नहीं किया जाएगा।
रेवेन्यू कलेक्शन को लेकर अपने घर पर स्टेट टैक्स डिपार्टमेंट की बैठक के बाद सीएम योगी ने कहा- ‘व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए, हमने राज्य में वैट की दर में वृद्धि या कोई नया कर नहीं लगाया है। आज पेट्रोल/डीजल पर सबसे कम वैट दर उत्तर प्रदेश में है। निकट भविष्य भी वैट में कोई वृद्धि नहीं होगी।
इसे ध्यान में रखते हुए, इलाके की क्षमताओं के अनुरूप राजस्व बढ़ाने का प्रयास किया जाना चाहिए।’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा निर्देश दिया गया कि वृद्ध वर्ष 2022 से 23 के लिए
टैक्स कलेक्शन को लेकर प्रयास किए जाएं, जिसका उद्देश्य वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और वैट के रूप में 1.50 लाख करोड़ रुपये जमा करना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह भी आदेश दिया कि अगले 6 महीने में जीएसटी पंजीकृत व्यापारियों की संख्या बढ़ाकर चार लाख तक किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि व्यापारियों को जीएसटी पंजीकरण रिटर्न के लाभो के बारे में भी बताया जाना चाहिए।
सीएम योगी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में राज्य का कुल राजस्व संग्रह 58,700 करोड़ रुपये था, जो एक साल में बढ़कर लगभग 1 लाख करोड़ रुपये हो गया है। वहीं 2021-22। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए टैक्स कलेक्शन 31,786 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 32,386 करोड़ रुपये हुआ है जिसे संतोषजनक कहा जा सकता है।