आप अगर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर सफर करते हैं तो आपके लिए यह खबर बहुत ही जरूरी है और खास है। अब दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों के चलाने पर रोक लगाया जाएगा।
एनएचएआई ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्ययोजना तैयार कर ली है। कई महीनों से ऐसा देखा जा रहा है कि दोपहिया वाहनों के चालकों के कारण हाथ से लगातार बढ़ते जा रहे हैं जिसका परिवहन मंत्रालय ने संज्ञान लिया है।
अब एक्सप्रेसवे पर स्मार्ट इंटेलीजेंस सिस्टम कार्य करेगा। वाहनों की नंबर प्लेट सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पुलिस को सौंपी जाएगी। इसके बाद घर पर चालान पहुंचेगा।
कमिश्नर सुरेंद्र सिंह के निर्देश देने के बाद अगले 1 सप्ताह के अंदर बड़ा अभियान चलाया जाएगा।
एनएचएआई भारी संख्या में दोपहिया और तिपहिया वाहनों की नंबर प्लेट पुलिस को सौंपेगा।
इससे एक्सप्रेस वे पर चलने वाले दोपहिया और तिपहिया वाहनों का चालान काटा जाएगा। कई बार स्थानीय पुलिस ने परतापुर इंटरचेंज के पास खड़े होकर दोपहिया वाहनों को रोकने के लिए अभियान चलाया लेकिन, सफल नहीं हो सका। लेकिन अब जो इस एक्सप्रेस वे पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों से सफर करेगा चलाना उसके घर पहुंचेगा।
एक से पांच हजार रुपये तक होगा चालान
एक्सप्रेसवे पर चार पहिया या उससे अधिक वाहनों के चलने की अनुमति है। इसमें हल्के वाहन की गति 100 किमी प्रतिघंटा और भारी वाहन 80 किमी प्रतिघंटा तय है। इस मामले में भी लगातार वाहनों की गति को सीसीटीवी कैमरे से पढ़कर समीक्षा की जाती है। दोपहिया वाहनों के चलने पर एक से पांच हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। अगर आप अकेले दोपहिया वाहन चला रहे हैं तो एक हजार और अगर अन्य भी आपने बैठा रखे हैं तो एक हजार रुपये से अधिक का चालान भरना होगा। अगर चालान काटने के बाद भी लोग नहीं माने तो परिवहन मंत्रालय के द्वारा दो पहिया तीन पहिया वाहन के चालकों पर भारी जुर्माना लगाने की तैयारी की जा रही है।