देश में महंगाई से झूझ रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. लगातार बढ़ती महंगाई आम लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. इस बीच एक राहत भरी खबर सामने आ रही है. बता दें, अगले सप्ताह में सभी प्रमुख ब्रांडों के खाना पकाने के तेल की कीमत पर 10-12 रुपये प्रति लीटर की राहत मिलने की उम्मीद है. केंद्र सरकार ने गुरुवार 4 अगस्त को ऑयल इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में सरकार ने ऑयल इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से कहा है कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आई गिरावट को देखते हुए अब घरेलू कंपनियों को भी कुकिंग ऑयल की कीमतों में कमी करनी चाहिए ताकि इसका फायदा लोगों को मिल सके.
इस सिलसिले में उद्योग प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में केंद्रीय खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने कंपनियों से एक पखवाड़े के भीतर कुकिंग ऑयल के अधिकतम खुदरा मूल्य यानी MRP में 10-12 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने को कहा है. मई महीने के बाद यह तीसरी ऐसी बैठक थी. वहीं तेल उद्योग को उम्मीद है कि कीमतों में और गिरावट आएगी. पिछले दो साल से कुकिंग ऑयल की कीमतें नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर बनी हुई हैं. इस वजह से लोगों के किचन के बजट में इजाफा देखने को मिला है. कुकिंग ऑयल के अलावा आटा, चावल जैसी कमोडिटीज के दाम भी काफी बढ़े हैं.
आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत से देश में महंगाई भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की निर्धारित सीमा से ऊपर बनी हुई है. जून में खुदरा महंगाई दर 7.01 फीसदी दर्ज की गई है. उससे पहले मई में खुदरा महंगाई दर 7.04% रही, जो अप्रैल में 7.79% पर पहुंच गई थी. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जून महीने में थोक महंगाई की दर 15.18 फीसदी रही. यह मई के 15.88 फीसदी की तुलना में कम है.
साल भर पहले की तुलना में देखें तो महंगाई अभी भी ठीक-ठाक ऊपर है. जून 2021 में थोक महंगाई की दर 12.07 फीसदी रही थी. महंगाई को काबू में करने के लिए आरबीआई इस साल तीन किस्तों में रेपो रेट में इजाफा कर चुका है. शुक्रवार 5 अगस्त को फिर से आरबीआई ने रेपो रेट में आधा फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. अब तक आरबीआई तीन किस्तों में कुल मिलाकर ब्याज दरों में 1.40 फीसदी का इजाफा कर चुका है.