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मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में बीते तीन दिनों में 24 से ज्यादा शिक्षक, कर्मचारियों व अधिकारी संक्रमित हुए हैं। ऐसे में परिसर को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को विश्वविद्यालय बंद रहेगा। गुरुवार को परिसर को सैनिटाइज कराया जाएगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय के चिकित्सकों को ऑक्सीजन व जरूरी दवाओं का इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है।
कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय परिसर में बढ़ रहे कोविड-19 संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के लिए बुधवार को ऑनलाइन बैठक में ये अहम निर्णय लिए गए। रविवार को समीक्षा के लिए अगली बैठक बुलाई गई है। तय किया गया कि विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केंद्र में कम से कम दो बड़े ऑक्सीजन सिलिंडर एवं दो पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलिंडर सहित संबंधित उपकरण, ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, आवश्यक दवाओं आदि की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए।
इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिए विश्वविद्यालय चिकित्साधिकारी डॉ. एके पांडेय को अधिकृत किया गया। साथ ही तात्कालिक आवश्यकता की पूर्ति के लिए अग्रिम धनराशि विश्वविद्यालय चिकित्साधिकारी डॉ. एके पांडेय के नाम निर्गत करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा कोविड-19 के प्रसार को रोकने में सहायक होमियोपैथी दवाओं की व्यवस्था के लिए होमियोपैथी चिकित्साधिकारी डॉ. विजय शंकर सिंह को अधिकृत किया गया है।
संक्रमित की होगी प्रतिदिन निगरानी
विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं समस्त परिसरवासियों में से संक्रमित व्यक्तियों का विवरण रखने एवं होम क्वारंटीन, आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों के स्वास्थ्य की प्रतिदिन निगरानी करने एवं एक प्रारूप तैयार करने हेतु विश्वविद्यालय चिकित्साधिकारियों को नामित किया गया।
बिना पूर्व अनुमति के स्टेशन नहीं छोड़ने के निर्देश
विश्वविद्यालय परिसर को माइक्रो-कंटेनमेंट जोन मानते हुए 22 एवं 23 अप्रैल को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान विश्वविद्यालय की समस्त आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। कक्षाएं एवं अन्य अकादमिक गतिविधियां ऑनलाइन माध्यमों से जारी रहेंगी। प्रशासनिक कार्य जो ऑनलाइन संभव हों, चलते रहेंगे। कोई भी शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी बिना पूर्व अनुमति के स्टेशन नहीं छोड़ेंगे। आवश्यकता पड़ने पर किसी भी शिक्षक, अधिकारी/, कर्मचारी को कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए भौतिक रूप से उपस्थित होने के निर्देश दिए जा सकते हैं।
विद्यार्थियों को लगवाया जाएगा टीका
एक मई से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान में परिसरवासियों विशेषकर छात्र-छात्राओं में शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए सहमति बनी। तय हुआ कि शासन की गाइडलाइन के मुताबिक टीका लगवाया जाएगा।
संक्रमित की होगी प्रतिदिन निगरानी