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कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान गोरखपुर मंडल के 10348 युवाओं को घर बैठे रोजगार मिला है। खास बात ये रही कि ऑनलाइन आवेदन से लेकर दस्तावेजों के सत्यापन, साक्षात्कार और नियुक्ति पत्र का वितरण के दौरान किसी प्रकार की भीड़ भाड़ नहीं हुई। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए घर बैठे युवाओं को नौकरी प्रदान करने का काम क्षेत्रीय सेवा योजन कार्यालय की ओर से किया गया है। सर्वाधिक रोजगार के अवसर गोरखपुर जिले के 3809 युवाओं को मिला है। जबकि महाराजंगज जिले में सबसे कम 1859 युवाओं ने रोजगार की तरफ कदम बढ़ाया है।
क्षेत्रीय सेवा योजन कार्यालय की ओर से बेरोजगार युवाओं को निजी क्षेत्र की कंपनियों में सेवायोजित करने के नजरिए से प्रत्येक वित्तीय वर्ष में रोजगार मेलों का आयोजन किया जाता है। कोविड महामारी के चलते सत्र 2020-21 में लॉकडाउन की वजह से रोजगार मेलों के आयोजन पर भी रोक लग गई।
पाबंदिया हटी, दफ्तर खुले तो लोगों के एकत्र होने पर शासन स्तर से लगी रोक का संज्ञान लेकर क्षेत्रीय सेवा योजन कार्यालय ने खुद को अपग्रेड किया। ऑफलाइन मोड में होने वाले रोजगार मेलों की जगह ऑनलाइन मोड में रोजगार मेलों के आयोजन का निर्णय लिया।
सेवा प्रदाता कंपनियों से ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन कर उन्हें इस सार्थक मुहिम में जुड़ने को प्रेरित किया। कंपनियों ने भी इसमें धीरे धीरे रूचि लेना शुरू किया। इसके बाद क्षेत्रीय सेवा योजन कार्यालय की वेबसाइट (sewayojan.up.nic.in) पर युवाओं को पूर्व में आयोजित होने वाले रोजगार मेलों की तरह ऑनलाइन पंजीकरण कराया।
फर्क बस इतना था कि चयन प्रक्रिया भी पूरी तरह से ऑनलाइन आयोजित हुई। वीडियो कॉल, व्हाट्सएप कॉल और टेलीफोनिक प्रक्रिया से युवाओं का साक्षात्कार लिया गया। जिन युवाओं का चयन हुआ, उन्हें ऑनलाइन ही नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
फैक्ट फिगर
जिला नौकरी मिली पंजीकृत युवा
गोरखपुर 3809 79585
देवरिया 2511 38837
कुशीनगर 2169 28746
महाराजगंज 1859 48832
कुल 10348 196000
सहायक निदेशक सेवायोजन अवधेंद्र प्रताप वर्मा ने बताया कि क्षेत्रीय सेवा योजन कार्यालय का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार का मौका मुहैया कराया जाए। इस दिशा में विभाग की ओर से कार्य किया जा रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में भी ऑनलाइन रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा। इसकी रूपरेखा विभाग की ओर से तैयार कर ली गई है।