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गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्ची का इलाज कराने आए परिजन, मासूम को छोड़कर भाग निकले। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने परिजनों के नंबर पर कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन बंद जा रहा है। करीब एक माह बाद कॉलेज प्रशासन ने मामले की जानकारी लिखित तौर पर मेडिकल पुलिस चौकी को दी है।
जानकारी के मुताबिक, देवरिया जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के पिपरा पुरुषोत्तम निवासी अक्षय लाल की पत्नी सुमन ने एक फरवरी को बच्ची को जन्म दिया। चार दिन बाद नवजात की तबीयत खराब हो गई। परिजन इलाज के लिए देवरिया जिला अस्पताल ले गए।
डॉक्टरों ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। परिजन नवजात को लेकर चार फरवरी को मेडिकल कॉलेज आए। बच्ची को नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती करवा दिया। बच्ची को भर्ती कराने के बाद दो दिन तक परिजन मौजूद रहे। नौ फरवरी को मासूम को छोड़कर परिजन फरार हो गए।
इस बीच मेडिकल कॉलेज में पंजीकृत मोबाइल पर डॉक्टरों ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन नंबर बंद मिल रहा है। एक माह 11 दिन बाद इसकी लिखित सूचना मेडिकल कॉलेज चौकी को दी गई। चौकी पुलिस ने कंट्रोल रूम को जानकारी दी है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने कहा कि मासूम का इलाज चल रहा है। परिजनों से कई बार डॉक्टरों ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। एक माह से ज्यादा का समय बीत गया है, मासूम को देखने तक कोई नहीं आया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई है।