विस्तार
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक हॉस्पिटल में ऑक्सीजन गैस खत्म होने के बाद मरीजों को जबरदस्ती रेफर किया जा रहा है। सारी कवायद के बाद जब ऑक्सीजन गैस उपलब्ध नहीं हो सका तो क्षेत्रीय पार्षद ने कमिश्नर के आवास पर जाकर धरना दिया। इसके बाद हॉस्पिटल में ऑक्सीजन गैस की दो सिलिंडर उपलब्ध कराई जा सकी है।
सुबह सात बजे ही ट्रांसपोर्ट नगर स्थित नवजीवन हॉस्पिटल में ऑक्सीजन गैस खत्म हो गया था। बेतियाहाता वार्ड के पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी का कहना है कि मरीजों को ऑक्सीजन ना होने के कारण डिस्चार्ज करने के लिए जबरन सादे कागज पर दस्तखत कराया जा रहा था।
तीन घंटे से लगातार प्रयास करने के बावजूद ऑक्सीजन गैस सिलिंडर उपलब्ध नहीं हो पा रहा था, कोई अधिकारी भी नहीं सुन रहे थे। मजबूर होकर कमिश्नर के आवास पर जाकर धरने पर बैठना पड़ा।
कोविड-19 का नियम पालन करते हुए धरने पर साथ में काफी दूरी पर सिर्फ एक व्यक्ति ही मौजूद रहा। तब जाकर नवजीवन हॉस्पिटल को सिर्फ दो ऑक्सीजन सिलिंडर मिला। साथ ही आश्वस्त किया गया कि जल्द ही कुछ और ऑक्सीजन गैस सिलिंडर उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके बाद धरना समाप्त किया गया।