गोरखपुर एम्स में अब किडनी, लीवर, आंत के बड़े ऑपरेशन हो सकेंगे. एम्स के पांच विभागों में इंटेंसिव केयर यूनिट की सुविधा शुरू होने वाली है. सबसे पहले सर्जरी विभाग में 16 बेड का आईसीयू शुरू किया जाएगा, जिसको लेकर एम्स प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है, और इस महीने इसके उद्घाटन की भी पूरी संभावना है.
गोरखपुर में भी अब हो सकेंगे बड़े ऑपरेशन
एम्स में आईसीयू की सुविधा न होने की वजह से यह बड़े ऑपरेशन नहीं हो पाते थे. ऑपरेशन के लिए रोगियों को यहां से रेफर कर दूसरी जगह भेजना पड़ता था, लेकिन इस सुविधा के हो जाने से अब किडनी, लीवर, आंत आदि के बड़े ऑपरेशन यहां संभव हो सकेंगे.
नेपाल और बिहार से बड़ी संख्या में आते हैं मरीज
पूर्वांचल, नेपाल और बिहार से बड़ी संख्या में रोगी अपना इलाज कराने के लिए गोरखपुर एम्स में आते हैं. आईसीयू की सुविधा एम्स में न होने की वजह से बड़े ऑपरेशन के लिए उन्हें बाहर रेफर किया जाता था, लेकिन एम्स में अब आईसीयू की सुविधा शुरू होने वाली है. एम्स प्रबंधन की तैयारी है कि सर्जरी के अलावा नवंबर महीने के पहले एनेस्थीसिया (Anaesthesia), न्यूरो सर्जरी (Neurosurgery), हृदय रोग (heart disease) व नाक कान गला रोग विभाग का आईसीयू शुरू कर दिया जाए.
खाली विभागों में जल्द होगी नई तैनाती
गोरखपुर एम्स में जिन विभागों में विशेषज्ञ नहीं हैं, उनकी भी जल्दी ही तैनाती की जाएगी. एम्स में 170 पदों के लिए साक्षात्कार हो चुका है. गोरखपुर एम्स में प्रतिदिन 2000 से अधिक रोगी उपचार कराने के लिए आते हैं, जिनकी सुविधा को देखते हुए एम्स प्रशासन अब जल्द नई तैनाती करेगा. एम्स प्रशासन स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के बाद अब पांच अन्य विभागों में आईसीयू शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इन सभी विभागों में 16-16 बेड के आईसीयू होंगे. एक माह के अंदर ही शुरू करने की तैयारी है.