संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा हर साल लाखों विद्यार्थी देते है.इस परीक्षा में कड़ी मेहनत के साथ सही रणनीति अपनाने वाले अभ्यर्थी पास हो पाते हैं. सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए आपके पास सही मार्गदर्शन के साथ-साथ धैर्य की भी आवश्यकता पड़ती है. कई ऐसे अभ्यर्थी होते हैं जो पहले प्रयास में ही इस परीक्षा को पास कर लेते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी अभ्यर्थी होते हैं जो कई बार असफल होने के बाद इस परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं.
इस परीक्षा में कई ऐसे अभ्यर्थी होते हैं जो असफलता मिलने के बाद कई साल परिश्रम जारी रखते हैं और जब तक सफलता हासिल नहीं कर लेते तब तक शांत नहीं बैठते हैं. आज हम आपको एक ऐसे कैंडिडेट की कहानी बताने वाले हैं जिसने कई बार असफलता का सामना किया लेकिन हार नहीं मानी और अंततः उसने सफलता हासिल कर ही लिया. आज हम आपको आईएएस अफसर मीरा के की कहानी बताने वाले हैं.
इंजीनियरिंग के बाद नहीं की नौकरी- मीरा के केरल की रहने वाली हैं. उन्होंने 12वीं के बाद गवर्नमेंट कॉलेज से इंजीनियरिंग किया. बीटेक करने के बाद उन्होंने नौकरी नहीं किया बल्कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
3 असफलता के बाद भी नहीं छोड़ी उम्मीद-
मीरा के ने यूपीएससी की तैयारी के दौरान कई संघर्ष किया. जब उन्होंने पहली बार यूपीएससी का प्री एग्जाम दिया था वह पास नहीं कर पाई. हालांकि उन्होंने दूसरे और तीसरे प्रयास में भी प्री एग्जाम पास नहीं किया.
चौथे प्रयास में मीरा बनीं IAS अफसर-
तीन बार असफल होने के बाद उन्होंने हार नहीं माना और चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की. 2020 की परीक्षा में उन्होंने पूरे इंडिया में छठा स्थान हासिल किया और IAS अफसर बनने का सपना पूरा किया.
कैसे मिली यूपीएससी एग्जाम में सफलता- उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि यूपीएससी की तैयारी करने के दौरान आपको कई बार असफलता का सामना करना पड़ेगा लेकिन आप खुद को सकारात्मक रखें और तैयारी करते जाएं. उन्होंने बताया कि करंट अफेयर्स,डेली न्यूज़ पेपर पर ज्यादा फोकस करें और एनसीईआरटी की किताबें जरूर पढ़ें. जब तक सफलता नहीं मिल जाता आपको से जारी रखें.आप जरुर सफल होंगे.