रेलवे भर्ती के नियमों में बदलाव करने जा रहा है। रेलवे के सभी क्लास वन के अफसर आइआरएमएस (भारतीय रेल प्रबंधन सेवा) कहलाएंगे। इन सबके नाम के आगे आइआरएमएस लिखा जाएगा।

मंत्रिमंडल के निर्णय के बाद रेल मंत्रालय ने संघ लोक सेवा आयोग के आइआरटीएस, आइआरएएस व आइआरपीएस तथा इंजीनियरिंग सेवा के आइआरएसई, आइआरएसईई, आइआरएसएमई, आइआरएसएसई व आइआरएसएस सहित आठ सेवाओं को आइआरएमएस में मर्ज कर दिया है।रेलवे सुरक्षा बल में भी यूपीएससी के तहत इंडियन रेलवे प्रोटेक्टशन फोर्स सेवा के अभ्यर्थी ही आते हैं, जिन्हें अभी आइआरएमएस से बाहर रखा गया है।

सिर्फ आइआरएमएस कहलाएंगे रेलवे अफसर

लागू किए गए इस नई व्यवस्था के अंतर्गत भारतीय रेलवे में सिविल और इंजीनियर के बजाय
रेल प्रबंधन सेवा के माध्यम से ही समूह क केंद्रीय सेवा में सेवा का मौका मिलेगा। वैसे अभी रेलवे में भर्ती से संबंधित परीक्षा से संबंधित किसी भी तरह की राय स्पष्ट नहीं किया है लेकिन जल्द ही रेलवे के द्वारा यह सभी विषयों पर स्पष्ट राय दिया जाएगा।

यह होगा फायदा

इस नियम के अनुसार एक ही प्लेटफार्म पर परीक्षा ली जाएगी और मेरिट के आधार पर चयन कर लिया जाएगा।

एक ही सेवा के माध्यम से तैनाती होने पर समाप्त हो जाएंगे विभाग, भेद-भाव और खींचतान।

सभी सेवाओं के साथ मर्ज हो जाएंगे समस्त विभाग, विशेषज्ञता की सीमा में नहीं बधेंगे अफसर।

रेलवे में इतिहास बन जाएंगी यह सेवाएं-

आइआरटीएस – इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विसेज

आइआरएएस – इंडियन रेलवे एकाउंट सर्विसेज

आइआरपीएस – इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विसेज

आइआरएसई – इंडियन रेलवे सर्विसेज आफ इंजीनियरिंग

आइआरएसईई – इंडियन रेलवे सर्विसेज आफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

आइआरएसएमई – इंडियन रेलवे सर्विसेज आफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग

आइआरएसएसई- इंडियन रेलवे सर्विसेज आफ सिग्नल इंजीनियरिंग

आइआरएसएस – इंडियन रेलवे सर्विसेज आफ स्टोर्स।