हर साल लाखों की संख्या में विद्यार्थी यूपीएससी की परीक्षा देते हैं लेकिन उसमें सफल वही हो पाते हैं जो कड़ी मेहनत करते हैं और सही रणनीति अपनाते हैं. इस परीक्षा में पास होने के लिए आपको कड़ी मेहनत के साथ साथ सकारात्मक रवैया अपनाना भी काफी आवश्यक होता है.
आज हम आपको बताने वाले हैं आईपीएस अफसर सिमाला प्रसाद की कहानी. सिमाला प्रसाद 2010 की आईपीएस अफसर है और वह बेखौफ अंदाज के लिए जानी जाती है. वह नक्सली इलाकों में बेखौफ होकर ड्यूटी करती है.
उनके पिता भी आईएएस अफसर ही रहे हैं.आईपीएस अधिकारी के रिटायरमेंट के बाद वह सांसद रहे हैं और उनकी मां मेहरून्निसा भी साहित्यकार रही है.
सिमाला का जन्म 8 अक्टूबर 1980 को मध्य प्रदेश के भोपाल में हुआ था.उनकी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसफ कोएड स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने स्टूडेंट फॉर एक्सीलेंस से बीकॉम किया और फिर भोपाल के बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से सोशियोलॉजी में पीजी किया. यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने किसी भी तरह का कोचिंग ज्वाइन नहीं किया बल्कि चलते स्टडी के बदौलत ही उन्होंने सफलता हासिल की.
PSC एग्जाम पास करने के बाद उन्हें पहली पोस्टिंग डीएसपी के तौर पर मिली थी, इसी दौरान उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और फिर आईपीएस अधिकारी बनीं.
बॉलीवुड में काम कर चुकी है सिमाला –
आपको बता दें कि सिमाला बॉलीवुड में भी काम कर चुकी है. बॉलीवुड में काम करने के दौरान उन्होंने कई अन्य फिल्मों में भी काम किया. बॉलीवुड में काम करते समय उनके अंदर देश सेवा का जुनून जगह और वो यूपीएससी की तैयारी करने लगी 2010 में उन्होंने आखिर कार उन्होंने अपनी मंजिल पा ली