सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद शुरू हुए राम मंदिर निर्माण के चलते दोनों पक्षों की ओर से परंपरागत तरीके से होने वाले कार्यक्रमों को अब नहीं करने का एलान किया गया है। इसके बावजूद छह दिसंबर को लेकर अयोध्या की सुरक्षा के सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
रविवार को सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं। अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। हर जगह पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इससे पहले शनिवार को ऐहितयातन पुलिस प्रशासन ने अयोध्या प्रवेश की सीमाओं पर चेकिंग कर संदिग्धों से पूछताछ की। वहीं होटल, धर्मशालाओं में रुके लोगों के आईडी की भी जांच की गई। आईटी सेल द्वारा सोशल मीडिया पर पैनी निगाह रखी जा रही है।
डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने सोशल मीडिया पर किसी तरह का विद्वेष फैलाने वाली पोस्ट व बिना अनुमति किसी तरह का कार्यक्रम आयोजित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
छह दिसंबर की पूर्व संध्या पर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई। अयोध्या में प्रवेश के मार्ग नयाघाट बंधा तिराहा, उदया चौराहा, टेढ़ी बाजार, रामघाट चौराहा, बूथ नंबर-4, मोहबरा तिराहा समेत अन्य स्थानों पर आने जाने वालों की तलाशी ली गई। संदिग्धों की आईडी चेक की गई व जरूरत पड़ने पर उसकी तस्दीक भी की गई।
टेढ़ी बाजार, धर्मकांटा, कटरा समेत अन्य मिश्रित आबादी वाले इलाके में अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है। वहीं, देर शाम को पुलिस द्वारा अयोध्या व आसपास स्थित होटल, धर्मशालाओं, गेस्ट हाउस आदि की भी जांच की गई, इस दौरान वहां ठहरे बाहरी लोगों की आईडी भी चेक की गई।
श्रीरामजन्मभूमि परिसर को जाने वाले मार्ग पर स्थित बैरियरों पर सुरक्षाकर्मी सतर्क रहे। शाम को अयोध्या पुलिस द्वारा आरएएफ, पीएसी व पुलिस बल के साथ क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को सुरक्षा का एहसास कराया गया। सभी खुफिया एजेंसियां शहर के हर संदिग्धों पर नजर रख रही है, एंटी सेबोटाज टीम, बम व डॉग स्कवॉयड द्वारा परिसर के आसपास क्षेत्रो में सर्च अभियान चलाकर तलाशी भी ली गई।
भड़काऊ पोस्ट व बिना अनुमति कार्यक्रम करने वालों पर नजर
डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि छह दिसंबर को लेकर अयोध्या की सुरक्षा को लेकर सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या के प्रवेश वाले सभी रास्तों, सभी प्रमुख स्थान, मठ मंदिरों के आसपास सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। कहा कि सोशल मीडिया पर विद्वेष फैलाने व भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए आईटी सेल को सक्रिय कर दिया गया है, जो इस पर निगाह रख रही है। कहा कि हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्षों ने किसी तरह के कार्यक्रम न करने का ऐलान किया है। किसी तरह के आयोजन को अनुमति भी नहीं दी गई है, यदि ऐसा कोई करता है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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