प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगरा मेट्रो के निर्माण की वर्चुअल शुरूआत आज करेंगे। यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन, यूपीएमआरसी को आगरा में ताजमहल से जामा मस्जिद के बीच छह किमी लंबे प्राथमिकता सेक्शन पर काम शुरू करना है। इस बीच आगरा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी मौजूद रहेंगे।
यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट का आठ मार्च 2019 को प्रधानमंत्री ने ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शिलान्यास किया था। अब यहां सिविल वर्क हम शुरू कर रहे हैं। इस दौरान एक कार्यक्रम 15वीं पीएसी बटालियन, परेड मैदान में रखा गया है। इसमें प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से शिरकत कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री के अलावा केंद्रीय समाज कल्याण राज्यमंत्री जीएस धर्मेश, केंद्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री उदयभान सिंह, सांसद एसपी सिंह बघेल, सांसद राजकुमार चाहर, राज्यसभा सदस्य हरिद्वार दुबे के अलावा वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। यह प्राथमिकता सेक्शन ताज पूर्वी गेट से सिकंदरा के बीच प्रस्तावित 14 किमी लंबे कारीडोर का भाग है। यह कारीडोर ताज पूर्वी गेट, बसई, फतेहाबाद रोड, ताजमहल, आगरा फोर्ट, जामा मस्जिद, मेडिकल कालेज, आगरा कालेज, राजा की मंडी, आरबीएस कालेज, शास्त्रीनगर, गुरू का ताल, सिकंदरा को जोड़ेगा। इसमें 7.6 किमी हिस्सा भूमिगत और 6.4 किमी हिस्सा ओवरहेड होगा। छह किमी लंबे प्राथमिकता सेक्शन में तीन स्टेशन ताजमहल, आगरा फोर्ट, जामा मस्जिद भूमिगत बनाए जाएंगे।
दो कारीडोर का होना निर्माण
कुमार केशव ने बताया कि आगरा में दो कारीडोर बनाए जाने हैं। इनकी कुल लंबाई 29.4 किमी है। दूसरा कारीडोर आगरा छावनी से कालिंदी विहार के बीच बनेगा जिसकी लंबाई 15.4 किमी है। यहां 14 स्टेशन होंगे। दूसरा कारीडोर आगरा कैंट, सदर बाजार, कलेक्ट्रेट, सुभाष पार्क, आगरा कॉलेज, हरिपर्वत चौराहा, संजय प्लेस, एमजी रोड, सुल्तानगंज क्रासिंग, कमला नगर, रामबाग़, फ़ाउंडरी नगर, आगरा मंडी और कालिंदी विहार को जोड़ेगा। दोनों कारीडोर पर यूपीएमआरसी को कुल 8,379.62 करोड़ रुपए खर्च करने हैं।
इन कारीडोर से आगरा की 26 लाख की आबादी लाभ लेगी। ्हर साल आगरा आने वाले लगभग 60 लाख पर्यटक भी शहर में विश्वस्तरीय मेट्रो सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। आगरा मेट्रो के कॉरिडोर्स इस प्रकार निर्धारित किए गए हैं कि शहर के 4 प्रमुख रेलवे स्टेशनों, बस डिपो, कॉलेजों, प्रमुख बाजारों और पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा जा सके।