ईएमआई पर प्लाट का झांसा देकर 500 करोड़ से अधिक रकम हड़पने वाली आर संस इन्फ्रालैंड प्राइवेट लिमिटेड के एमडी आशीष कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ गोमतीनगर थाने में सोमवार को छह लोगों ने ठगी के मुकदमे दर्ज कराए। इंस्पेक्टर धीरज सिंह का कहना है कि आशीष समेत कंपनी के कई अन्य अधिकारी व कर्मचारी पहले से ही जेल में बंद हैं। केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि बहराइच के रिसिया इंदिरानगर निवासी व यहां बीबीडी के पास सिल्वर लाइन अपार्टमेंट में रहने वाले संजय गोयल और उनकी पत्नी निशा गोयल समेत बहराइच के रिसिया में रहने वाले देवेंद्र नाथ पाठक, देवीपुरा के राजेश अग्रवाल, रिसिया के भैसहा गांव निवासी संजय सिंह की पत्नी गुड़िया और शास्त्रीनगर में रहने वाले वीरेंद्र पाल सिंह ने कंपनी संचालक पर ठगी का आरोप लगाया है। पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने अगस्त 2012 को गोमतीनगर के विराटखंड स्थित आर संस इन्फ्रालैंड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एमडी आशीष श्रीवास्तव से प्लॉट के लिए संपर्क किया था।
आशीष ने देवा रोड और नई जेल के पास अपनी प्लॉटिंग बताते हुए ईएमआई पर प्लॉट देने का झांसा दिया था। सभी ने कई-कई प्लॉट बुक कराए और दो से पांच साल के भीतर पूरी रकम का भुगतान भी कर दिया। हालांकि, आशीष ने प्लॉट पर कब्जा नहीं दिया। दबाव डालने पर वह टरकाता रहा। इस बीच पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इंस्पेक्टर का कहना है कि आर संस कंपनी के एमडी आशीष समेत अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कमिश्नरेट के गोमतीनगर समेत विभिन्न थानों और पूर्वांचल के कई जनपदों में ठगी के सैकड़ों मुकदमे दर्ज हैं।
लोकेशन नहीं मिली सही। इसलिए फायर ब्रिगेड लेट। धीरज समय पर आया। कार मालिक एडवोकेट हैं। सर्विस सेंटर जा रहे थे गाड़ी डालने। बोनट में शार्ट सर्किट। लड़कियों ने पानी की बोतल दी। बोनट खोलने का प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली।