अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करने तथा समग्र विकास का मास्टर प्लान कंसल्टेंट के जरिए तैयार कराया जाएगा। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने अधिकारियों को जल्द कंसल्टेंट के चयन के निर्देश दिए हैं।
अयोध्या को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने व समग्र विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्चाधिकार प्राप्त मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में कंसल्टेंट के चयन के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से तैयार एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (ईओआई) व रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) मसौदे का प्रस्तुतीकरण किया गया। मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या के विकास की योजना तैयार करने के लिए कंसल्टेंट चयन से लेकर मास्टर प्लान तैयार करने तक की कार्यवाही समयबद्ध तरीके से की जाए।
उन्होंने कहा कि कमेटी में कृषि उत्पादन आयुक्त, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव गृह, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास, अपर मुख्य सचिव सूचना, अपर मुख्य सचिव नियोजन को भी शामिल किया जाए। उन्होंने सभी विभागों से इस संबंध में अपने प्रस्ताव दो दिन में उपलब्ध कराने को कहा है।
प्रमुख सचिव आवास एवं नगर विकास दीपक कुमार ने बताया कि परियोजना के क्रियान्वयन के लिए तीन समितियों का गठन किया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अंतर्विभागीय समन्वय के लिए उच्चाधिकार प्राप्त मॉनिटरिंग कमेटी, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की अध्यक्षता में बिड इवेल्यूवेशन कमेटी तथा मंडलायुक्त अयोध्या की अध्यक्षता में इंप्लीमेंटेशन कमेटी का गठन किया गया है। बैठक में अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने अयोध्या धाम के विकास के लिए प्रस्तावित कार्यों की जानकारी दी।