अमेठी। अमेठी कोतवाली के टिकरी चौराहे पर किराए के मकान में रहने वाले परिषदीय शिक्षक का शव बुधवार सुबह छत के हुक से लटकता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर इसकी सूचना परिवारीजनों को दी। शिक्षक की मौत से जहां परिवार में कोहराम मच गया वहीं क्षेत्र के साथ ही बेसिक शिक्षा महकमे में शोक की लहर है।
बाजार शुकुल थाने के गांव पूरे अकसारी निवासी जग प्रसाद के पुत्र रंजीत कुमार (30) का चयन पिछले दिनों प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर हुआ था। काउंसिलिंग के बाद रंजीत की तैनाती भेटुआ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय भीमी में हुई थी।
रंजीत अमेठी कोतवाली क्षेत्र के टिकरी चौराहे पर हुबराज के मकान में किराए का कमरा लेकर रहता था। रंजीत मंगलवार को करीब तीन दिन बाद घर से लौटा और शाम को खाना खाने के बाद कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। सुबह काफी देर तक दरवाजा नहीं खुलने पर हुबराज ने उसे आवाज लगाई।
दरवाजा नहीं खुलने पर उसने इसकी सूचना अन्य लोगों को दी। मौके पर पहुंचे लोगों ने आवाज दी लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद ग्रामीणों ने 112 नंबर पर कॉल किया। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने दरवाजा तोड़ा तो रंजीत का शव छत में लगे हुक पर फंदे से लटकता मिला।
सूचना पर पहुंचने हल्का उपनिरीक्षक विधानचंद्र यादव ने शव को नीचे उतरवाते हुए सूचना परिवार वालों को दी। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। एसएचओ श्याम सुंदर ने बताया कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह साफ हो सकेगी। कहा कि अब तक परिवार वालों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है।
रंजीत अपने परिवार का अकेला कमाऊ सदस्य था। वह तीन बहनों में सबसे बड़ा था। पिता जग प्रसाद आज भी मजदूरी करते हैं। मृतक की पहली बहन ललिता (26) बीटीसी कर चुकी है।
दूसरी सरिता (22) एमए कर रही है तो सबसे छोटी बहन सविता (16) हाईस्कूल में है। रंजीत के अलावा परिवार का कोई और सहारा नहीं था। मौत की सूचना के बाद परिवार के लोगों का रो-रोकर हाल बेहाल है। मां व बहनें रो-रोकर बेहोश हो जा रही थीं।