केजीएमयू डीन की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय, मंजूरी के लिए कुलपति के पास भेजा प्रस्ताव
कोरोना संक्रमण के चलते पिछले चार माह से मेडिकल के छात्रों की परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं। अब केजीएमयू ने एमबीबीएस की परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया है। केजीएमयू व उससे संबद्ध मेडिकल कॉलेजों में परीक्षाएं जनवरी से शुरू होंगी। इस दौरान प्रथम से लेकर अंतिम वर्ष तक की परीक्षाएं आयोजित होंगी। यह निर्णय बृहस्पतिवार को केजीएमयू डीन की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया है। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक मंजूरी के लिए इसका प्रस्ताव कुलपति के पास भेजा गया है।
केजीएमयू अफसरों के मुताबिक शैक्षिक सत्र-2019 कम से कम चार माह पिछड़ गया है। सत्र बाधित न हो इसके लिए केजीएमयू प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। केजीएमयू और संबद्ध 14 कॉलेजों में एमबीबीएस के करीब 1500 छात्र हैं। इनकी परीक्षाओं का खाका तैयार किया गया। अधिकारियों के मुताबिक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं सामान्य दिनों में अगस्त में हो जाती हैं, लेकिन कोरोना की वजह से सत्र पिछड़ गया। अब जनवरी से फरवरी के मध्य प्रथम वर्ष (प्रोफेशनल) की परीक्षाएं होंगी। वहीं अंतिम वर्ष की परीक्षाएं फरवरी के अंतिम सप्ताह से होंगी। जबकि द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं मार्च-अप्रैल के बीच प्रस्तावित हैं।