कोरोना वैक्सीन के जल्द आने की उम्मीद को देखते हुए सरकार ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। वैक्सीन के सुरक्षित परिवहन, भंडारण व कोल्ड चेन आदि के साथ-साथ टीकाकरण की रणनीति को अंतिम रूप देने की कवायद चल रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं। शासन स्तर पर भी प्रभावी ढंग से टीकाकरण कराने के लिए मुख्य सचिव व अपर मुख्य सचिव चिकित्सा-स्वास्थ्य की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी व टास्क फोर्स का गठन कर दिया है।
योजना के अनुसार हर केंद्र पर टीकाकरण तीन चरणों में होगा जिसके लिए तीन अलग-अलग कमरों की व्यवस्था की जाएगी। एक व्यक्ति के टीकाकरण में 30-40 मिनट का समय लगने की संभावना है। राज्य सरकार को अब केंद्र की मंजूरी का इंतजार है। इसके बाद ही साफ होगा कि वैक्सीन का भंडारण किस तापमान पर किया जाना है।
तीन कक्षों में जाना होगा टीका लगवाने वाले को
सूत्रों के अनुसार हर केंद्र पर टीकाकरण के तीन कमरे होंगे। टीका लगवाने वालों को तीन कक्षों में जाना होगा। पहले कक्ष में टीका लगवाने वाले का प्रारंभिक परीक्षण व पंजीकरण किया जाएगा। दूसरे कक्ष में टीका लगाया जाएगा और तीसरे कक्ष में उसे आधे घंटे तक चिकित्सकों की निगरानी में रखकर देखा जाएगा कि कोई दुष्प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है। तीसरा कक्ष चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित रहेगा ताकि टीका लगाने के बाद अगर किसी तरह की दिक्कत आती है तो तत्काल उसका इलाज किया जा सके।
वैक्सीन को लेकर उतावलेपन पर रखें नियंत्रण
कोरोना संक्रमण को लेकर बने संशय पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बीते दिनों उन तीनों संस्थानों का दौरा किया, जहां वैक्सीन तैयार की जा रही है। पूरी उम्मीद है कि जनवरी तक कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी, लेकिन जब तक यह नहीं आती है हमें उतावलापन नहीं दिखाना है।
कोरोना से बचने के लिए दूरी बनाए रखनी होगी और मास्क लगाना होगा। मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य महोत्सव एवं पुरुस्कार समारोह वितरण समारोह के दौरान अध्यक्षीय समारोह के दौरान ये बातें कहीं।
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