बाजार शुकुल (अमेठी)। प्रदेश सरकार ने सभी सड़कों को दुरुस्त करने के लिए नवरात्र की समय सीमा तय कर रखी है। बावजूद इसके क्षेत्र की कई सड़कें गड्ढों में तब्दील हो रही हैं। आलम यह है कि क्षेत्र से होकर गुजरने वाले हाइवे तक जर्जर पड़े हैं। जानकारी के बावजूद जिम्मेदार विभाग की उदासीनता से आने जाने वालों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
क्षेत्र के गांवों को जोडने वाली ग्रामीण सड़कों के साथ यहां से होकर गुजरने वाले स्टेट हाइवे तक की हालत खस्ता हो चली है। अमेठी को अयोध्या से जोडने वाले स्टेट हाइवे-31 (इन्हौना-रुदौली मार्ग) से डामर का नामोनिशान मिट गया है तो बाजार शुकुल-जगदीशपुर मार्ग व बाजार शुकुल-रानीगंज मार्ग भी गड्ढों में तब्दील हो गया है। सड़कों की मरम्मत के लिए प्रति वर्ष करोड़ों रुपये का बजट पीडब्ल्यूडी को मिलता है।
बावजूद इसके सड़कों की हालत को देखकर ऐसा लगता है यह बजट मात्र फाइलों में ही खर्च हो रहा है। सभी मुख्य सड़कों के बदहाल होने के कारण वाहन चालकों और राहगीरों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। सड़क पर गड्ढे होने के चलते वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। विकास खंड में निमार्णाधीन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे भारी वाहनों के चलते क्षेत्र की तकरीबन सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं।
समाजसेवी देवी दयाल शर्मा, शेषनाथ तिवारी, डॉ. श्रीकांत शुक्ला, राम प्रसाद रावत आदि ने क्षेत्रीय विधायक व राज्यमंत्री सुरेश पासी से सड़कों को दुरुस्त कराने की मांग की है। पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता हरिनाथ यादव ने बताया कि बाजार शुकुल की सड़कों की स्थित के बारे में विभागीय उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। बजट मिलते ही सड़कों को दुरुस्त करने का काम शुरू किया जाएगा।