लखनऊ। यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तिथि इस साल आगे खिसक सकती है। आमतौर पर यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक करा दी जाती हैं, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से परीक्षा लेट कराई जाएगी।
बोर्ड ने फरवरी के प्रथम व दूसरे सप्ताह में परीक्षा कराने की संभावित समय सारिणी जारी की थी, लेकिन जो हालात बन रहे हैं, उस हिसाब से प्रयोगात्मक परीक्षा की समय सारणी फिर खिसक सकती है। प्रयोगात्मक परीक्षा कराने के लिए बोर्ड ने शिक्षकों का ऑनलाइन ब्योरा मांगा था। जो पहले से कार्य कर रहे हैं उनको अपडेट करने का निर्देश दिया था। अभी तक परीक्षा को लेकर बोर्ड की तरफ से न तो परीक्षकों की सूची जारी हुई है और न ही इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
दरअसल, बोर्ड परीक्षकों की सूची जारी करता है। इसके प्रपत्र वाले लिफाफे स्कूलों को पहुंचाए जाते हैं। स्कूल प्रशासन परीक्षकों से संपर्क कर प्रयोगात्मक परीक्षा कराने की तिथि तय करते हैं। यह प्रक्रिया तभी शुरू होती है जब परीक्षकों की सूची जारी होती है। स्कूलों के अनुसार इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। सीबीएसई की प्रयोगात्मक परीक्षा मार्च के प्रथम सप्ताह से शुरू होगी। संभावना यही जताई जा रही है कि यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा भी सीबीएसई के साथ शुरू कराई जा सकती है। बोर्ड परीक्षा मई में कराने के आसार बन रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि बोर्ड परीक्षकों की सूची ऑनलाइन जारी करता है और उसके प्रपत्र परीक्षा कार्यालय में आते हैं, लेकिन अभी तक आए नहीं हैं। जैसे ही आएंगे स्कूलों को इसकी जानकारी उपलब्ध करा दी जाएगी।