तेजस एक्सप्रेस का बेस फेयर बढ़ गया है और यात्रियों को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। जिससे टिकट महंगा हो गया है। अचानक हुई इस वृद्घि से यात्रियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पहले जहां आईआरसीटीसी ने दो प्राइसबैंक 870 व 950 फिक्स किए थे, वहीं अब बेस फेयर बढ़कर 1080 कर दिया गया है।
देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस गत वर्ष लॉकडाउन के बाद जब शुरू हुई तो महज सोलह दिन केभीतर ही ट्रेन को यात्री नहीं मिलने की वजह से बंद कर दिया था। इसके बाद जब ट्रेन गत 14 फरवरी को दोबारा शुरू की गई तो किराया कम कर दिया गया, ताकि यात्रियों की संख्या में वृद्घि हो। इसके सकारात्मक परिणाम भी मिले। पर, अब आईआरसीटीसी प्रशासन ने गुपचुप ढंग से बेस फेयर को बढ़ा दिया है। जिसे लेकर यात्रियों में रोष है। फरवरी में जब आईआरसीटीसी ने ट्रेन शुरू की तो बेस फेयर के दो प्राइसबैंड फिक्स किए थे।
इसमें शुक्रवार व सोमवार को लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली का किराया 870 रुपये तथा शनिवार व रविवार को 950 रुपये रखा गया था, जिस पर जीएसटी व डायनेमिक फेयर अतिरिक्त रूप से लगता था। लेकिन 30 मार्च से आगे की तारीखों के लिए जब यात्री तेजस का टिकट बुक करा रहे हैं तो बेस फेयर बढ़कर 1080 पहुंच गया था। यात्री एसोसिएशन अध्यक्ष एसएस उप्पल ने बताया कि आईआरसीटीसी प्रशासन ने जानबूझकर यात्रियों की जेब पर कैंची चलाने केलिए बेस फेयर में वृद्घि कर दी है। जिसे यात्री हित में वापस लिया जाना चाहिए।
एप पर ट्रेन कैंसिल
पांच अप्रैल के बाद तेजस एक्सप्रेस से दिल्ली जाने वाले यात्री निराश है। जब वह आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकट बुक करवा रहे हैं तो उन्हें ट्रेन कैंसिल बताई जा रही है। इस बाबत आईआरसीटीसी अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन निरस्त नहीं है। क्रिस से बातचीत की जा रही है, ताकि इसे सही करवाया जा सके।