अमेठी। दिसंबर माह में शुरू हुई शीत लहरी के साथ रविवार से एक बार फिर कोहरे का सितम शुरू हो गया। रविवार सुबह से दोपहर तक छाए घने कोहरे की वजह से जहां सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए वहीं ट्रेन भी विलंब से संचालित हुईं। रात से ही पड़ रहे कोहरे के बावजूद मजबूरी में सुबह घर से बाहर निकलने वाले अलाव खोजते नजर आए। हालांकि दोपहर बाद खुली धूप ने लोगों को कुछ राहत दी।
भीषण शीतलहरी व गलन के साथ ठंड रविवार से कोहरे व धुंध के रूप में तब्दील हो गई। सर्दी के साथ कोहरे व धुंध के बढ़ते सितम का आलम यह है कि रविवार को लोग रजाई में दुबके रहे।
जिन लोगों ने मजबूरी में घर छोड़ने की हिम्मत जुटाई वे कुछ देर बाद ही भीषण ठंड से पस्त होकर अलाव खोजते नजर आए। कोहरे की चादर इतनी घनी थी कि पांच कदम से ज्यादा दिखाई नहीं पड़ रहा था। कोहरे की वजह से टपकने वाला पानी बड़े वाहन चालकों की मुश्किल में इजाफा करता रहा तो वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया।
कोहरे व धुंध के बीच ट्रैक पर संचालित ट्रेनों के विलंब से चलने की वजह से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। रविवार को पद्मावत एक्सप्रेस तीन घंटे विलंब से संचालित हुई। घर से निकलने वाले लोग सार्वजनिक स्थलों मसलन जिला अस्पताल, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर अलाव के सामने नजर आए। हालांकि दोपहर बाद निकली धूप ने लोगों को ठंड से जरूर कुछ राहत दी।