जन्माष्टमी पर लाखों स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की बिजली गुल होने के मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने पावर कॉर्पोरेशन के लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की है। एसटीएफ ने पिछले दिनों अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी।
सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में किसी तरह की वित्तीय अनियमितता की बात तो नहीं है लेकिन मॉनिटरिंग में पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों की उदासीनता के साथ-साथ स्मार्ट मीटर की सप्लाई करने वाली कंपनी भारत सरकार के उपक्रम एनर्जी एफिसिएंशी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) पर जरूर सवाल उठाए गए हैं।
स्मार्ट मीटरों की खरीद ईईएसएल के माध्यम से ही हुई है। स्मार्ट मीटर के सर्वर के संचालन व रखरखाव में लापरवाही भी उजागर हुई है। हालांकि इस रिपोर्ट को लेकर न तो एसटीएफ और न ही गृह विभाग का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार हैं।
जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ की रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्य सचिव आरके तिवारी ने भी गृह विभाग और पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने एसटीएफ की सिफारिशों के आधार पर गृह विभाग को स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की बत्ती गुल होने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का उत्तरदायित्व तय करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित करने को कहा है।
पावर कॉर्पोरेशन को सिफारिशों पर अमल करते हुए स्मार्ट मीटर परियोजना की तकनीकी खामियां दूर कराने तथा अनुबंध की शर्तों का पालन कराने को भी कहा है। सूत्रों का कहना है कि गृह विभाग से रिपोर्ट मिलने के बाद पावर कॉर्पोरेशन व ऊर्जा विभाग उसका परीक्षण करके आगे की कार्रवाई करेगा।