उत्तर प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों खासकर नक्सल प्रभावित सोनभद्र, चंदौली और मिर्जापुर में पंचायत चुनाव केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की निगरानी में होंगे। इसके लिए गृह विभाग ने भारत सरकार से बलों की मांग की थी। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी का कहना है कि फिलहाल 10 कंपनियां मिली हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के साथ विचार करके आवश्यकतानुसार जिलों में इनकी तैनाती की जाएगी।
वर्तमान में पश्चिम बंगाल, असम समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में पंचायत चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती सीमित रहने की संभावना है। आयोग ने व्यवस्थित ढंग से चुनाव कराने के लिए जिलाधिकारियों को सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। उन्हें संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्नित करके वहां के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम का खाका तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं।
सूत्रों का कहना है कि अभी तक सभी चुनावों में केंद्रीय बलों की तैनाती होती रही है। चूंकि इस बार कई राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में केंद्रीय बलों के साथ-साथ राज्य पुलिस फोर्स भी कुछ राज्यों में भेजी गई है। हालांकि प्रदेश में पुलिस फोर्स में वृद्धि हुई है, लेकिन उसी अनुपात में पोलिंग बूथ भी बढ़े हैं। इसलिए ज्यादा फोर्स की जरूरत पड़ सकती है।
गृह विभाग को आकलन करके आवश्यकतानुसार फोर्स की व्यवस्था करने को कहा गया है। जल्द ही आयोग सुरक्षा प्रबंधों को लेकर गृह विभाग व पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक करेगा।