रुपये न देने पर एक दबंग बंदी ने जेल अस्पताल में भर्ती दूसरे बंदी पर टूट पड़ा। ग्लूकोज चढ़ाने वाले स्टैंड की रॉड से दबंग बंदी ने ताबड़तोड़ वार किए। बैरक के अन्य बंदियों ने बीच-बचाव किया तो वह उन्हें भी रॉड लेकर मारने दौड़ा। जेल प्रशासन ने मामले को सुलझाने के बाद एहतियातन दोनों की बैरकें बदल दीं। जेल सूत्रों की माने तो हमले में घायल बंदी का मेडिकल करते समय उसके शरीर पर मिली कई चोटों को जेल डॉक्टर ने एंजरी रजिस्टर में दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार, घायल बंदी एक अफसर का बेटा है जो दहेज एक्ट में जेल में बंद है।
जिला कारागार के अस्पताल की बैरक संख्या एक में बंदी अंशुमान पाण्डेय और सईद भर्ती हैं। शनिवार को दबंग सईद ने उसकी बैरक में ही बंद अंशुमान पाण्डेय से रुपये मांगे। जब अंशुमान ने रुपये देने से इनकार कर दिया तो सईद भड़क गया और बेड के पास रखे ग्लूकोज चढ़ाने वाले स्टैंड की लोहे की रॉड से अंशुमान पर हमला कर दिया। दबंग ने उस पर ताबड़तोड़ कई वार किए जिससे अंशुमान चोटिल होकर फर्श पर गिर गया। उसे बचाने के लिए अन्य बंदियों को आता देख दबंग रॉड लेकर उनकी ओर दौड़ पड़ा। मारपीट से जेल अस्पताल मे अफरातफरी मच गई।
जेल प्रशासन ने चोटिल अंशुमान को दूसरी बैरक में भेजने के साथ ही नशे के आदी बंदी सईद को आनन-फानन तन्हाई बैरक में बंद करा दिया। नाम न छापने की शर्त पर एक बंदी रक्षक ने बताया कि सईद कई बंदियों को धमकाकर उनसे धन उगाही कर चुका है। जेल अधीक्षक आशीष तिवारी के मुताबिक, अंशुमान नींद की दवाएं रखे था। सईद ने इसकी शिकायत की थी जिसको लेकर दोनो में मारपीट हुई थी।