कानपुर के बिकरू में दबिश देने गए सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे के भाई दीपक उर्फ दीप प्रकाश दुबे के खिलाफ धोखाधड़ी कर शस्त्र लाइसेंस लेने के आरोप में कृष्णानगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एसआईटी जांच में शस्त्र लाइसेंस लेने में दीपक पर फर्जीवाड़ा करने की पुष्टि हुई थी। इसी आधार पर इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार उपाध्याय ने मंगलवार शाम केस दर्ज करा दिया है। मामले की जांच एसीपी कृष्णानगर कर रहे हैं।
दीपक यहां कृष्णानगर की इंद्रलोक कॉलोनी स्थित आलीशान मकान में रह रहा था। बिकरू कांड के बाद से वह फरार है। उसके नाम पर एक 30 स्प्रिंगफील्ड रायफल थी जिसे विकास अपने पास रखता था। पुलिस को आशंका है कि बिकरू कांड में विकास ने उसी रायफल गोलियां चलाकर पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। पुलिस के मुताबिक दीपक ने छह फरवरी 2010 को कानपुर से इसका लाइसेंस (संख्या 851) लिया था। इसके लिए फर्जी शपथ पत्र लगाने के साथ ही कई अन्य कूटरचित दस्तावेज पेश किए थे। अक्तूबर 2017 में कृष्णानगर इलाके से एसटीएफ ने विकास दुबे को इसी 30 स्प्रिंगफील्ड रायफल और 15 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। बाद में उसे जमानत मिल गई थी। दीपक ने अप्रैल 2018 में रायफल थाने से रिलीज करा ली थी।