लखनऊ। जानकीपुरम इलाके में रुपये के लेनदेन के विवाद में हमलावरों ने युवक को जमकर पीटने के बाद उसके हाथ-पैरों में कील व कांटे ठोंक दिए। इसके बाद मृत समझकर उसे नहर किनारे फेंककर भाग गए। वहीं, युवक के बचने की जानकारी मिलने पर उसे मारने फिर बलरामपुर अस्पताल पहुंचे, हालांकि इसमें सफल नहीं हो सके। उधर, पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन तो शुरू की, लेकिन कई दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
जानकीपुरम विस्तार के बालाजी विहार निवासी शुभेंद्र प्रताप सिंह (25) हजरतगंज स्थित सैमसंग के शोरूम में नौकरी करता है। 27 फरवरी की रात वह टहलने के लिए घर से निकला, इसके बाद संदिग्ध हालात में लापता हो गया। आसपास तलाशने पर भी कुछ पता न चलने पर परिवारीजन ने जानकीपुरम थाने में सूचना दी। 28 की सुबह शुभेंद्र जानकीपुरम में ही नहर के पास मरणासन्न हालत में खून से लथपथ पड़ा मिला। उसके हाथ-पैरों में कील व कांटे ठोक दिए गए थे। सिर पर भी गंभीर चोट थी। शुभेंद्र को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी है।
परिवारीजन की तहरीर पर जानकीपुरम पुलिस ने एक मार्च को रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, शुभेंद्र के परिवारीजन ने शुभम अग्रवाल व राघवेंद्र उर्फ गौरव पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। बताया कि दोनों से शुभेंद्र का रुपयों के लेनदेन का विवाद था। वहीं, इंस्पेक्टर जानकीपुरम बृजेश सिंह का कहना है कि शुभम अग्रवाल और राघवेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों की तलाश की जा रही है।
फोन पर किसी से कहा ‘बच गया है’
भाई आशीष के मुताबिक शुभेंद्र के बच जाने की जानकारी मिलने पर एक मार्च की देर रात दो संदिग्ध युवक बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे। फिर शुभेंद्र के बेड के पास ही खड़े होकर फोन पर किसी से कहा कि ‘बच गया है’। भाई पर खतरा भांपकर आशीष ने उनसे परिचय पूछा तो दोनों तेजी से बाहर निकले और बाइक से भाग गए। आशीष की मानें तो दोनों शुभेंद्र पर हमला करने की नीयत से आए थे। थाने में इसकी सूचना देने पर इमरजेंसी वार्ड में शुभेंद्र की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
मामले में जानकीपुरम पुलिस की लचर कार्यप्रणाली की शुभेंद्र के भाई अरुणेंद्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्विटर हैंडल पर शिकायत की है। इसमें कहा कि वारदात के कई दिन बीतने पर भी पुलिस कोई उचित कार्रवाई नहीं कर रही है।