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लखनऊ विश्वविद्यालय ने शासन के निर्देश पर सत्र 2021-22 में नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए स्नातक विषयों में बदलाव की कवायद तेज कर दी है। इसमें 70 फीसदी पाठ्यक्रम कॉमन और 30 फीसदी विवि द्वारा तैयार किया जाएगा। विवि प्रशासन ने विवि व कॉलेजों के शिक्षकों की कमेटी बनाकर काम शुरू कर दिया गया है।
विश्विद्यालय द्वारा पीजी स्तर पर सबसे पहले वर्तमान सत्र में ही एनईपी को प्रभावी किया गया है। वहीं अब स्नातक स्तर पर भी इसे लागू करने की कवायद तेज हुई है। जिसमें स्नातक में भी विद्यार्थियों को एग्जिट करने का मौका देने, मल्टी डिसिप्लिन पढ़ाई का अवसर देने आदि चीजें शामिल हैं। इसी क्रम में हाल में शासन की ओर से एक प्रोफार्मा भेजा गया है।
जिस पर विवि अपने स्तर पर की गई तैयारी के अनुसार जानकारी भेजेगा। इसमें 70 फीसदी पाठ्यक्रम कॉमन होगा और 30 फीसदी अपने स्तर पर संसोधित कर सकेगा। इसी क्रम में विवि द्वारा स्नातक विषयों में कॉमन मिनिमम पाठ्यक्रम के लिए डीन एकेडमिक्स की अध्यक्षता में 05 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसमे दो महाविद्यालयों के प्राचार्य व विश्वविद्यालय के दो विभागाध्यक्ष शामिल हैं।
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि यह समिति नए पाठ्यक्रम के बिंदुओं का अध्ययन करेगी और उनके विषय में अपनी टिप्पणि एक प्रस्ताव के रूप में अगली बैठक में प्रस्तुत करेंगी। इसके बाद जल्द ही इसका पाठ्यक्रम तैयार कर शासन को एप्रूवल के लिए भेजा जाएगा। विवि नए सत्र में यूजी में एनईपी लागू करके के लिए प्रतिबद्ध है।