यूपी में योगी सरकार के चार साल पूरे होने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि चार वर्षों में प्रदेश बुरी तरह चौपट हो गया है। भाजपा ने विपदा के वर्ष में भी जश्न मनाने का अवसर ढूंढ़ लिया है। प्रदेश 20 साल पीछे चला गया है। भाजपा सरकार ने सपा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुए विकास कार्यों को रोक दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार के झूठे आंकड़े पेश किए जा रहे हैं। 2022 में समाजवादी सरकार बनते ही भाजपा के झूठ और फर्जी आंकड़ों की जांच होगी। प्रदेश में कई निवेशक सम्मेलनों के बावजूद कोई उद्योग नहीं लगा। उद्यमियों को कर्ज नहीं मिला। लघु मध्यम उद्योग लगातार बंद हो रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया है। उन्हें फसल का मूल्य नहीं मिला और ना ही एमएसपी पर धान बिका। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय मंडियां बन रहीं थीं, जिसे भाजपा ने रोक दिया। नौजवानों के लिए रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है। शिक्षा स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। कानून व्यवस्था ध्वस्त है।
वहीं दूसरी तरफ बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि सरकार की ओर से आज जो उपलब्धियां गिनाई गई हैं, उनमें सच्चाई बहुत कम है। इनके सरकारी दावे अगर जमीनी हकीकत में गरीब जनता को लाभ देते तो यह उचित होता।
साथ ही उत्तराखंड में बीजेपी और पंजाब में कांग्रेस सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर वहां भी जो दावे किए जा रहे हैं, वे सिर्फ हवा-हवाई है। सही मायने में इनके दावे जनहित और जनकल्याण से काफी दूर है। अत: इन तीनों राज्यों की दुखी और पीड़ित जनता अपने यहां सुखद परिवर्तन लाने को बेचैन हैं।