राहत : हृदय रोगियों के लिए लारी में बनेंगे 83 नए आईसीयू बेड
चंद्रभान यादव
हृदय रोगियों के लिए राहत भरी खबर है। केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में अगले छह महीने में बेड की समस्या खत्म हो जाएगी। यहां 83 नए आईसीयू बेड को मंजूरी मिल गई है।
ऐसे में यहां 120 आईसीयू बेड हो जाएंगे। इसी तरह कैथ लैब तीन से पांच हो जाएगी। खास बात यह है कि आईसीयू बेड वाले वार्ड हृदय रोगियों से जुड़ी अन्य अत्याधुनिक मशीनों से लैस होंगे।
लारी कार्डियोलॉजी में सामान्य दिनों में 500 से 700 मरीज ओपीडी में देखे जाते हैं और करीब 25 भर्ती होते हैं। कोरोना काल में ओपीडी में 20 नए मरीज देखे जा रहे हैं। वहीं, रोजाना इमरजेंसी में करीब 15 मरीज भर्ती हो रहे हैं।
मरीजों को बढ़ती संख्या को देखते हुए लारी कार्डियोलॉजी के पिछले हिस्से का विस्तारीकरण किया गया है। करीब 47.48 करोड़ रुपये से भवन बनकर तैयार है।
इसमें आईसीयू के साथ ऑपरेशन थिएटर, कैथ लैब एवं अन्य उपकरणों के लिए अलग-अलग विंग तैयार हो रही है। पोस्ट ऑपरेशन के अलग से वार्ड भी तैयार किए गए हैं।
तीमारदारों के बैठने के लिए लॉबी बनाई गई है। इसके लिए विस्तारीकरण परियोजना की लागत बढ़ाकर 61 करोड़ कर दी गई है।
लारी कार्डियोलॉजी के मीडिया प्रभारी डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि नया परिसर मरीजों के साथ डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों के लिए मुफीद होगा। इसमें सबके रुकने से लेकर वाहन खड़े करने तक की व्यवस्था बनाई गई है।
13.42 करोड़ का मिला अतिरिक्त बजट
उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक पवन कुमार ने बताया कि कार्डियोलॉजी के डॉक्टरों का मानना था कि आईसीयू का विस्तारीकरण होने से ज्यादा मरीजों को लाभ मिलेगा। इसे ध्यान में रखकर लगातार प्रयास किया गया और अतिरिक्त बजट के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया। वित्त समिति ने विस्तारीकरण की लागत बढ़ाकर 61 करोड़ कर दी है। कहा कि करीब 13.42 करोड़ अतिरिक्त मिलने से आईसीयू का काम पूरा हो जाएगा। शासन ने सभी काम छह माह में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। प्रयास है कि मई तक लारी कार्डियोलॉजी के नए कांप्लेक्स को पूरा कर दिया जाए।