लखनऊ के विभूतिखंड थाने में रियल एस्टेट कंपनी प्रिया इन्फ्रावेंचर के संचालक दिलीप राय बलवानी और उनकी पत्नी रीता पर प्लॉट के नाम पर साढ़े सात लाख रुपये ठगने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इंस्पेक्टर संजय शुक्ला ने बताया कि दंपती ने जौनपुर निवासी डॉ. परमेंद्र कुमार सिंह को गोमतीनगर में प्लॉट दिलाने के नाम पर पैसा लिया था। केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
पीड़ित डॉ. परमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वह मूलरूप से जौनपुर के हैं और वर्तमान में वाराणसी के शिवपुरी में रह रहे हैं। वह जौनपुर की मड़ियाहूं विधानसभा सीट से वर्ष 2002 में बहुजन समाज पार्टी और वर्ष 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं।
जौनपुर के डमरुआ गांव निवासी दिलीप राय बलवानी और उसकी पत्नी रीता पुराने परिचित हैं और अक्सर घर आते-जाते थे। दिलीप और रीता ने लखनऊ के विभूतिखंड स्थित मधुरिमा स्वीट्स के पास प्रिया इन्फ्रावेंचर नाम से कंपनी खोलकर जमीन का कारोबार शुरू किया था।
आरोपी दिलीप डाक विभाग से सेवानिवृत्त
करीब डेढ़ साल पहले डॉ. परमेंद्र ने उनसे लखनऊ में रहने के लिए जमीन दिलाने के लिए कहा। इस पर दोनों ने गोमतीनगर में जमीन दिलाने के नाम पर उनसे कई बार में साढ़े सात लाख रुपये ले लिए। ठग दंपती ने उनके भाई से भी करीब 15 लाख रुपया लिया पर किसी को जमीन नहीं दिलाई।
रुपया मांगने पर उसने चेक दिए जो बैंक में प्रस्तुत करने पर बाउंस हो गए। गुरुवार को डॉ. परमेंद्र कुमार सिंह ने दिलीप और रीता के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कराया। इंस्पेक्टर का कहना है कि विवेचना उपनिरीक्षक अमरेंद्र कुमार यादव को सौंपी है। आरोपी दिलीप डाक विभाग से सेवानिवृत्त है और पत्नी रीता के साथ गोमतीनगर के विकासखंड में रहता है। बीते कुछ दिनों से दोनों घर पर नहीं हैं। इनकी तलाश की जा रही है।
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आरोपी दिलीप डाक विभाग से सेवानिवृत्त