कस्टम की टीम ने लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर जेद्दा से तस्करी का सोना लेकर आ रहे यात्री को पकड़ा। उससे 10.41 लाख रुपये का सोना बरामद हुआ।
डिप्टी कमिश्नर निहारिका लाखा के अनुसार यात्री सोने के छल्ले बनवाकर उन्हें हैंड बैग और पर्स में लगाकर लखनऊ लाया था। जांच के दौरान टीम ने सोने को जब्त किया।
यात्री से तस्करी के सोने के बारे में छानबीन की जा रही है।
बता दें कि अक्सर ऐसा होता है जब लखनऊ एयरपोर्ट पर सोना तस्करों को पकड़ा जाता है। इसका कारण बताया जाता है कि लखनऊ सोने की तस्करी की एक मंडी बन चुका है। यहां के अमीनाबाद, चौक, आलमबाग, इंदिरानगर, गोमतीनगर में एक दिन में 60 से 70 किलो सोने का कारोबार होता है।
बाजारों में रोजाना 15 किलो सोने की आवक बैंकों से होती है जबकि 10-15 किलो सोना व्यापारी ग्राहकों से खरीदते हैं। इसके बाद सोने की खपत का जो अंतर होता उसे तस्करों से 35 से 40 किलो खरीदकर पूरा किया जाता है।
सराफा कारोबारियों को तस्करी वाला दो नंबर का सोना बैंक से खरीदे एक नंबर के सोने के सापेक्ष 1.60 लाख रुपये सस्ता मिलता है। कारोबारी बैंक (टैक्स सहित) से सोना 35.70 लाख में लेते हैं। वहीं, तस्करों को इतने सोने के 34.10 लाख रुपये देने पड़ते हैं।
जो कारोबारी तस्करी के सोने से बने गहने बेचते हैं। उनका भाव 1600 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता होता। ऐसे में बैंक वाले सोने के गहने बेचने वालों का कारोबार प्रभावित हो रहा है।
…तस्करी के रूट
कारोबारी बताते हैं कि लखनऊ में तीन रूट से तस्करी का सोना आता है। सर्वाधिक कोलकाता, दूसरे नंबर पर नेपाल और तीसरे नंबर पर दुबई रूट है। दुबई से आने वाला सोना तो कभी-कभी पकड़ा भी जाता है, पर कोलकाता से आने वाला नहीं पकड़ा गया।
…लाने का तरीका
कोलकाता एवं नेपाल के रास्ते आने वाला तस्करी का सोना लोहे के स्पेयर पार्ट्स के रूप में ढालकर लाया जाता है। इस सोने पर पेंट कर देते हैं, जिससे उसकी पहचान करना आसान नहीं होता। स्पेयर पार्ट्स के रूप में नेपाल से आने वाला तस्करी का सोना कार के जरिये लाया जा रहा है। (यहां पढ़ें नरेश शर्मा की एक रिपोर्ट)