सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधान परिषद के स्नातक कोटे की इलाहाबाद-झांसी और वाराणसी तथा शिक्षक कोटे की वाराणसी सीट पर सपा के उम्मीदवारों की जीत को राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के क्षेत्र में दोनों सीटों सहित तीन सीटों पर सपा उम्मीदवारों की जीत ईवीएम पर बैलेट पेपर की विजय है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी करने को कहा। उन्होंने सरकार से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट अक्षरश: लागू करने की मांग की।
अखिलेश बुधवार को यहां एमएलसी चुनाव में सपा के विजयी उम्मीदवार आशुतोष सिन्हा, डॉ. मान सिंह और लाल बिहारी यादव से मुलाकात कर रहे थे। आशुतोष वाराणसी स्नातक, लाल बिहारी वाराणसी शिक्षक और डॉ. मान सिंह इलाहाबाद-झांसी स्नातक सीट से निर्वाचित हुए हैं।
वोटरों के बीच सपा के भरोसे की जीत
अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में स्नातक और शिक्षक दोनों सीटों पर सपा की जीत बता रही है कि राज्य सरकार की धांधली नहीं चली। यह भी साफ हो गया कि भाजपा मशीन से चुनाव जीतने की साजिश करती है। बैलेट से चुनाव हुआ और कार्यकर्ताओं ने भाजपा को धांधली नहीं करने दिया तो सपा जीत गई। यह मतदाताओं के बीच सपा के भरोसे की जीत है।
सपा कार्यकर्ताओं ने निकालीं किसान यात्राएं
सपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को भी राजधानी समेत प्रदेश भर में किसान यात्राएं निकालकर किसानों की मांगों पर केंद्र सरकार के रवैये की निंदा की। साथ ही घोषणा की कि किसानों की मांगें पूरी होने तक सपा कार्यकर्ता लगातार आवाज उठाते रहेंगे। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने यहां आरोप लगाया कि किसान यात्रा निकाल रहे सपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का सिलसिला लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। इन यात्राओं को रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। सैकड़ों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी की गई।