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कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश सरकार कोविड जांच व्यवस्था को और दुरुस्त करने में जुट गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड टेस्ट के लिए सरकारी और निजी प्रयोगशालाएं पूरी क्षमता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
सरकार द्वारा कोरोना जांच के लिए निर्धारित दर से अधिक शुल्क लेने की शिकायत पर कड़े तेवर दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने ऐसा करने वाली निजी प्रयोगशालाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के भी निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा है कि सरकार द्वारा जारी आदेशों के मुताबिक ही निजी प्रयोगशालाओं में कोरोना जांचें की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोरोना की जांचों की संख्या के साथ ही संसाधनों को भी बढ़ाने पर जोर देते हुए सभी सरकारी और गैर सरकारी प्रयोगशालाओं में आरटीपीआर जांच बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा प्रदेश में प्रतिदिन निजी व सरकारी प्रयोगशालाओं में सर्वाधिक दो लाख से अधिक जांच की जा रही है। इसमें सबसे ज्यादा आरटीपीसीआर जांच की संख्या है। प्रदेश में अब तक तीन करोड़ 88 लाख से अधिक जांचें की जा चुकीं हैं। प्रदेश में कोविड-19 की जांच के लिए सरकारी क्षेत्र की 125 तथा निजी क्षेत्र की 104 प्रयोगशालाएं हैं।
मरीजों से संवेदनशील रवैये की नसीहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी चिकित्सा संस्थान जहां भी कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है, उन्हें विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। ऐसी कोई कार्यवाही न करें जिससे लोगों में भय बढ़े। मरीजों और उनके परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता रखी जानी चाहिए। किसी भी प्रकार की जरूरत हो तो तत्काल प्रशासन को जानकारी दें, हर तरह की मदद दिलाई जाएगी।
उन्होंने हिदायत दी कि सभी जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि आपदा की इस स्थिति में किसी भी मरीज अथवा उसके परिजन के साथ कहीं अमर्यादित व्यवहार न हो। अस्पतालों में ओवरबिलिंग की शिकायत न आए। इसके लिए लगातार निरीक्षण किया जाना चाहिए। मरीजों के साथ पूरी संवेदनशीलता बरती जाए।
मरीजों से संवेदनशील रवैये की नसीहत