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कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर निकायों में सुरक्षात्मक उपायों का मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने सभी नगर निकाय में कोविड हेल्प डेस्क बनाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने सभी कार्यालय में थर्मल स्कैनर लगाने और आने वाले सभी लोगों की जांच की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
नगर विकास मंत्री शुक्रवार को नगर निकायों द्वारा कोरोना नियंत्रण के संबंध में की जा रही करवाई की वर्चुअली समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर कार्यालय पर थर्मल स्कैनर लगवाए जाएं और यहां आने वाले सभी लोगों की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि सभी निकाय निकाय ध्यान दें कि इस आपात समय में सैनिटाइजेशन का काम विशेष तौर पर किया जाए।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि जो भी लोग शहरी निकायों के कार्यालय में आ रहे हैं, उनसे जानकारी ली जाए। अगर उनका कार्यालय के भीतर जाना बेहद आवश्यक नहीं है तो हेल्प डेस्क से ही उनका काम हो जाए और वे कार्यालय के भीतर न जाएं। अगर किसी को जाना है तो उसकी थर्मल स्कैनर से जांच करने के बाद ही भीतर प्रवेश दिया जाए। आशुतोष टंडन ने कहा- हेल्प डेस्क पर लोग सैनिटाजेशन करवाने और बाकी दूसरी चीजों की बातों को बता सकेंगे, उनकी सूचना के मुताबिक निकाय फैसला लेंगे।
शनिवार-रविवार हो विशेष सैनिटाजेशन
नगर विकास मंत्री ने सभी अधिकारियों को आदेश दिए कि शनिवार और रविवार को साप्ताहिक बंदी है। ऐसे में सैनिटाइजेशन काम बेहद सघनता से किया जाए। हर गली-मोहल्लों में अभियान के स्तर पर इसे चलाया जाए। मंत्री ने कहा कि इस दौरान सभी कर्मचारी सुरक्षित रहें यह भी सुनिश्चित किया जाए। सैनिटाइजेशन के दौरान सोडियम हाइपोक्लोराइट की अनुमन्य मात्रा का ही प्रयोग किया जाए। मंत्री ने आदेश दिए हैं कि कूड़ उठाने वाली गाड़ियों में स्पीकर लगे हों। इससे कूड़ा उठाते समय लोगों को जागरूक किया जाए।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि फ्रंट लाइन वर्कर्स की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्हें पर्याप्त मात्रा में हैंड सैनिटाइजर, ग्लव्स, मास्क उपलब्ध करवाए जाएं। फ्रंट लाइन वर्कर्स का वेतन समय से जारी किया जाए। मंत्री ने कहा कि जिन सफाई कर्मचारियों के ड्यूज बाकी हैं, उन्हें जल्द से जल्द क्लीयर किया जाए। कंटेनमेंट जोन में सुबह शाम सैनिटाइजेशन किया जाए।
शुद्ध पेयजल की हो व्यवस्था
मंत्री ने सभी शहरी निकायों को आदेश दिए हैं कि शुद्ध पेयजल का इंतजाम सभी के लिए होना चाहिए। बरसात के पहले ही जलभराव वाली जगहों को चिह्नित किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां ऐसे इंतजाम हों कि अगली बरसात में वहां जलभराव की स्थिति न आए।