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बोकारो से ऑक्सीजन लेकर रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस शुक्रवार दोपहर रवाना हुई। ट्रेन शनिवार सुबह लखनऊ पहुंचेगी। ट्रेन से ऑक्सीजन के तीन टैंकर आ रहे हैं, जिससे 60 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन पहुंच जाएगी।
दरअसल राजधानी में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन का टोटा पैदा हो गया है, जिससे निजात दिलाने के लिए गुरुवार सुबह आठ बजे लखनऊ से ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना हुई थी, जो 18 घंटे बाद रात दो बजे बोकारो पहुंची थी। बोकारो आद्रा रेलवे मंडल प्रशासन के अंतर्गत आता है, जहां पहले से ही तैयारी की गई थी। रात में ही टैंकरों को अनलोड कर उन्हें स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) के प्लांट में भेजा गया। जिसके बाद शुक्रवार सुबह 11 बजे तक टैंकर ट्रेन पर लोड हो गए और दो बजे ट्रेन रवाना कर दी गई।
बोकारो के एडीआरएम ने बताया कि के ऑक्सीजन एक्सप्रेस की ऊंचाई 4.5 मीटर है, इसलिए ओएचई को ध्यान में रखते हुए टैंकर रखे गए और ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 60 किमी प्रतिं घंटे की गति से लखनऊ रवाना किया गया। साथ मे एक दर्जन से अधिक रेलकर्मियों को भी अगले स्टेशन तक साथ भेजा गया है। इसके बाद हर 300 किमी पर क्रू लॉबी में लोको पायलटों को बदला जाएगा। ऑक्सीजन एक्सप्रेस गया, दीन दयाल उपाध्याय नगर, वाराणसी और सुल्तानपुर के रास्ते लखनऊ के उतरेटिया पहुंचेगी, जहां से ट्रांसपोर्ट नगर आलमनगर बाईपास होकर लखनऊ की चारबाग़ साइडिंग पहुंचेगी।
सुरक्षा के लिए जीआरपी
लखनऊ से रवाना हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस के साथ एक जीआरपी उपनिरीक्षक और दो कांस्टेबल का एस्कॉर्ट भी भेजा गया है। ताकि ऑक्सीजन को सुरक्षित लखनऊ लाया जा सके। इसके अलावा यूपी के साथ बिहार और झारखंड जीआरपी मुख्यालय को अलर्ट किया गया है।
हर स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ थाने को अपने यहां से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के सफलता से गुजर जाने की रिपोर्ट करना होगा। जबकि ग्रीन कॉरिडोर के लिये लखनऊ, वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय नगर और गया कंट्रोल रूम में कंट्रोलर बिठाए गए हैं। एसपी जीआरपी सौमित्र यादव ने बताया कि हम ऑक्सीजन एक्सप्रेस की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
ऑक्सीजन टैंकरों की ढुलाई के लिए उत्तर रेलवे को 20 करोड़ का भुगतान
प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन सिलेंडर की ढुलाई के लिए उत्तर रेलवे को 20 करोड़ का भुगतान किया है। प्रदेश के विभिन्न शहरों में ऑक्सीजन सिलेंडर की तेजी से आपूर्ति के लिए सरकार रेलवे का सहयोग ले रही है। मुख्य कोषाधिकारी जवाहर भवन स्वतंत्र कुमार ने बताया कि राहत आयुक्त की ओर से ऑक्सीजन टैंकरों को विभिन्न शहरों में पहुंचाने के लिए उत्तर रेलवे को 20 करोड़ रुपये जारी किये गए हैं, जिसका भुगतान कोषागार की ओर से तत्काल करा दिया गया है।