100 करोड़ के काम पर एलडीए का ब्रेक, फिलहाल खस्ताहाल सड़कों पर ही चलना होगा आमजनाें को
राजधानी के पॉश इलाके गोमती नगर समेत दूसरे इलाकों में लोगों को अभी खस्ताहाल सड़कों पर हिचकोले खाते हुए सफर करना पड़ेगा।
क्योंकि एलडीए ने यहां 100 करोड़ रुपये से सड़कें व नालियां बनाने और मरम्मत के काम पर ब्रेक लगा दिया है। यह काम एलडीए को राज्य अवस्थापना और क्षेत्रीय अवस्थापना में कराने हैं।
एलडीए के अधिकारी इसके पीछे सड़कें व दूसरे कामों को कराने में प्राथमिकता तय किए जाने का तर्क दे रहे हैं। अभी तक सिर्फ विभूतिखंड व विशेषखंड में ही सड़कों के काम हो सके हैं।
एलडीए के सचिव पवन गंगवार का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश वाली सभी सड़कें बनाई जाएंगीं। चालू कामों को नहीं रोका गया है।
बाकी सड़कों व दूसरे अवस्थापना सुविधाओं के कामों को री-शेड्यूल किया जाना है। इसलिए नए काम शुरू नहीं कराए जा रहे हैं।
कई काम ऐसे हैं जो नगर निगम को हैंडओवर हो चुकी कॉलोनियों के हैं। इनको एलडीए क्यों कराएगा? बजट को भी ध्यान में रखकर काम होगा। वहीं, जो सड़कें सबसे अधिक खराब हैं।
उनको पहले बनाया जाना चाहिए। प्राथमिकता सूची को तैयार करने के लिए कहा गया है। लेकिन यह सूची कब तक तैयार हो जाएगी? इस पर अधिकारी मौन हैं।
मालूम हो कि हाईकोर्ट के आदेश पर गोमतीनगर में सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाना है। प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में बनी उच्च स्तरीय समिति की संयुक्त बैठक के बाद एलडीए को सड़कें बनाने को कहा गया था।
19 अक्तूबर को अधिकांश सड़कों के टेंडर खुल चुके हैं। इस संबंध में अधिशासी अभियंता प्रताप शंकर मिश्र का कहना है कि निविदाएं अधिक संख्या में आने से प्रक्रिया पूरी करने में समय लग रहा है।
बता दें कि पूर्व मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने दोनों ही निधि का उपयोग कर सड़कें बनाने की अनुमति दी थी। दोनों निधि के खर्च के लिए बनी समिति के चेयरमैन मंडलायुक्त होते हैं।
हैंडओवर का पेंच यहां भी
शहर की कई सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए जहां नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के बीच विवाद बना हुआ है। अब एलडीए और नगर निगम में हैंडओवर हो चुकी कॉलोनियों को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। सचिव पवन गंगवार ने नगर निगम को हैंडओवर हो चुकी कॉलोनियों में काम नहीं कराने का आदेश दिया है। इसके पीछे सीमित बजट और राज्य अवस्थापना निधि का पैसा न मिल पाने को कारण बताया जा रहा है।
इन सड़कों के अटके काम
– कठौता झील के पास विकल्पखंड से मल्हौर स्टेशन रोड जाने वाली सड़क
– विकल्पखंड-2 में 30 मीटर चौड़ा चिनहट-मल्हौर मार्ग
– विकल्पखंड-2 में पार्क के साथ सड़क व नालियों की मरम्मत व निर्माण
– विराजखंड 1,2,3,4 के अलावा आश्रयहीन पॉकेट में सड़क, नाली, पार्क व डीप ड्रेन के निर्माण
– विकल्पखंड-1 में पार्क, सड़क व नाली की मरम्मत
– विराजखंड में कॉमर्शियल पॉकेट में पार्क, नाली व सड़क, आरसीसी नाला की मरम्मत
– विकल्पखंड-3 सड़क व नालियों का निर्माण
– विराजखंड-5 में सड़क व नाली की मरम्मत
– विकल्पखंड -4 में सड़क व नालियों की मरम्मत
हो सकती है देरी
एलडीए के मुख्य अभियंता इंदुशेखर सिंह ने बताया कि कुछ सड़कों के काम पूरे करने में देरी हो रही है। कोशिश है कि गोमती नगर की सड़कें पहले बन जाएं। इसके लिए हाईकोर्ट का भी आदेश है। जानकीपुरम विस्तार, गोमतीनगर विस्तार, कानपुर रोड योजना में सड़कों के अलावा अवस्थापना सुविधाओं के कामों में अभी देर हो सकती है।