अमेठी। शहर के दुर्गापुर रोड पर स्थित पानी की तीन टंकियां बीते कई वर्षों से बंद पड़ी हैं। यह स्थिति तब है जब वर्ष 2016-17 में इसके पुनरुद्धार पर 4.95 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। पानी की टंकियों का संचालन नहीं होने से नगर पंचायत की करीब 30 हजार आबादी को स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा है।
स्थानीय नगर पंचायत एवं आसपास के लोग बीते कई वर्षों से स्वच्छ पेयजल की समस्या से परेशान हैं। शिकायत के बावजूद लोगों की समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। कई दशक पूर्व बनी पाइप लाइन पूरी तरह खराब हो चुकी है। जिससे लोगों को जलापूर्ति नहीं मिल पा रही है।
इसकी वजह से करीब पांच वर्षों से उपभोक्ताओं के कनेक्शन भी शून्य हैं। यह स्थिति तब है जब वर्ष 2015 में बंद पड़ी जलापूर्ति को शुरू कराने के लिए 4.95 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। वर्ष 2016 और 2017 में दो किस्तों में धनराशि भी मिल गई।
इस राशि से परसावां, बेनीपुर प्रथम और द्वितीय तथा आवास विकास के समीप स्थित नलकूप का रीबोर कराया गया था। योजना के तहत जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन का विस्तार करते हुए 36 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जानी थी। अब तक 17 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई गई है।
परिसर में पांच-पांच सौ किलोलीटर क्षमता की दो व 400 किलोलीटर क्षमता की एक नई टंकी व बाउंड्रीवॉल व अन्य निर्माण कराए गए थे। टंकी परिसर में स्थित नलकूप भी रीबोर की स्थिति में है उसका रीबोर नहीं हो सका है।
शहर के भीतर और टंकी से जोड़ने वाली पाइपलाइन नहीं पड़ सकी है, जिसके चलते करीब पांच करोड़ की धनराशि खर्च होने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल सका। वर्ष 2017 के बाद कोई बजट नहीं मिला है जिससे अधूरा पड़ा कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।
की गई बजट की मांग : जेई
जल निगम के जेई नीरज प्रजापति ने बताया कि शहर के अंदर पाइप लाइन नहीं पड़ सकी है। अभी हेड से पूर्व में पड़ी पाइपलाइन को नहीं जोड़ा जा सका है। बजट के अभाव में कार्य अधूरा पड़ा है। जिसके चलते लोगों को जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। इस संबंध में पत्राचार किया गया है। बजट मिलने के बाद कार्य पूर्ण होते ही लोगों को जलापूर्ति मिल सकेगी।
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