यूपी की रायबरेली संसदीय सीट से
उत्तर प्रदेश के रायबरेली संसदीय सीट से सांसद सोनिया गांधी को संसदीय लोगों की आखिर याद आ गई है। रायबरेली वासियों की मदद और इलाज के लिए अपनी सांसद निधि से उन्होंने एक करोड़ 17 लाख 77 हजार रुपये दिए हैं। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि महामारी के समय वो सुरक्षित अपने घरों में रहें।
सोनिया गांधी ने डीएम रायबरेली वैभव श्रीवास्तव को शुक्रवार को एक पत्र लिखकर भेजा है। जिसमें उन्होंने अपनी सांसद निधि में उपलब्ध पूरी धनराशि कोरोना सुरक्षा में खर्च करने की संस्तुति दी है। सोनिया गांधी ने कहा है कि हमें अपने जिले की जनता की काफी फिक्र है। सोनिया ने, सभी से कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने और घर में ही रहने की अपील की है।
500 बेड के अस्थाई अस्पताल के लिए MLC ने लिखा था पत्रइससे पहले शुक्रवार को ही सोनिया गांधी के विरूद्ध 2019 में ताल ठोकने वाले एमएलसी दिनेश सिंह ने भी डीएम रायबरेली को एक पत्र लिखा था। दिनेश सिंह ने लिखा था कि यदि जनपद में ऑक्सीजन का अभाव है, तो इसे सावर्जनिक करें और निर्धारित करें की जरूरतमंद लोग उस स्थान पर संपर्क कर सकें।
एमएलसी ने डीएम को लिखा, 500 बेड के अस्थायी अस्पताल जीआईसी की सेकेंड फील्ड पर बनाए। अस्पताल में कूलर, पंखा, लाइट की व्यवस्था पेशकश की है। आने वाले व्यय की आप चिंता न करें, अगर मेरी क्षमता से अधिक होगा तो मैं झोली लेकर रायबरेली में निकलूंगा तो सब पूरा हो जाएगा।
शुक्रवार को एल-2 हास्पिटल में 5 ने तोड़ा था दम
गौरतलब हो कि शुक्रवार को जिले के लालगंज स्थित रेल कोच फैक्ट्री में बने एल-2 हास्पिटल में कोरोना के पांच मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव और लापरवाही से दम तोड़ दिया था। इसमें भदोखर थाना क्षेत्र के सुलतानपुर आइमा निवासी अरविंद पाण्डेय के पिता श्याम सुंदर पाण्डेय की मौत हुई थी।
उनके बेटे अरविंद का आरोप था कि सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर सवा बारह बजे तक भटकता रहा और इलाज के अभाव में उसके पिता ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया था। वहीं एक तस्वीर महाराजगंज के आशीष के पिता की सामनें आई थी, जिसमें उसका कहना था लाश मेरे पिता कि है। मैं परसो पिता को यहां भर्ती कराया, शुक्रवार को आक्सीजन नहीं मिलने से पिता ने दम तोड़ दिया है।
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